पूज्य आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी मुनिराज को त्रिलोक संत से संबोधित किया जायेगा

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 11257833_412337425641660_5966619138818629243_nदिनांक 19 अप्रैल को भगवान महावीर जन्मकल्याणक और पूज्य आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी मुनिराज के 28वें दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर चंपाबाग, ग्वालियर में आयोजित विशाल समारोह में संजय जैन, अध्यक्ष – विश्व जैन संगठन द्वारा आचार्य श्री ज्ञानसागर जी मुनिराज को त्रिलोकसंत संबोधित किये जाने हेतु निवेदन किया जिसकी अनुमोदना समारोह में उपस्तिथ ग्वालियर और आस-पास से आये जैन समाज ही नही अपितु देश के विभिन्न शहरों / कस्बों / गांवों से हजारों की संख्या में आये जैन बंधुओं ने की!

संजय जैन ने कहा कि पूज्य आचार्य श्री 108 सन्मति सागर जी मुनिराज द्वारा बड़ा गाँव में स्तिथ विश्व की प्रथम अनुपम कृति त्रिलोक तीर्थ के निर्माण की योजना और शुरुआत को आचार्य श्री सन्मति सागर जी द्वारा अगामी पट्टाचार्य हेतु नामांकित और उनकी ही आचार्य परंपरा के षष्टम पट्टाचार्य पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी मुनिराज द्वारा पूर्ण करवा कर अपने पावन सानिध्य में भव्य पंचकल्याणक करवाया गया!

पूज्य आचार्य श्री सन्मति सागर जी मुनिराज द्वारा समाज को त्रिलोक तीर्थ की गौरवमयी देन सदैव याद की जाएगी और इसी आचार्य परंपरा के पट्टाचार्य के नाम के साथ त्रिलोक तीर्थ के निर्माण हेतु त्रिलोकसंत सदैव जुडा रहेगा, वैसे भी जैन पञ्च परमेष्ठी त्रिलोक पूज्य है, राष्ट्र और विश्व तो एक लोक की बहुत छोटी भूमि है!

जय बोलो त्रिलोकसंत परम पूज्य आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी मुनिराज की जय…………….

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